Book Promotion | मिलना था इत्तिफ़ाक़, बिछड़ना नसीब था: चार कहानियाँ

मिलना था इत्तिफ़ाक़, बिछड़ना नसीब था: चार कहानियाँ (Hindi Edition) Description: Presenting four stories by Shabana Mukhtar together in one book. बिछड़ना नसीब था फौज़िया एक गाइनॉकॉलजिस्ट थी। अस्पताल की जॉब और प्राइवेट प्रैक्टिस में मगन, अपना आप भूले हुए थी।हैदर एक जनरल फ़ज़ीशन था। एक अच्छे शरीक-ए-सफ़र की तिश्ना ख़ाहिशात के साथ जी रहा…