
ये तो होना ही था: हैप्पिली एवर आफ्टर #६ Kindle Edition
फ़सीहा डाइजिस्टों की दीवानी है। डाइजिस्ट की कहानियां पढ़ पढ़ कर उसे रिवायती लव स्टोरी से नफ़रत सी हो गई है। और कुछ नया, कुछ अलग ख़ाहिश रखती है। इस का निकाह उस के कज़न समआन से हो गया है। वो हरवक़त इसी बात पर कुढ़ती रहती है कि इतनी घुसी पिटी ज़िंदगी कैसे गुज़रेगी।
फिर सामेआ की शादी पर सचवीशन बदल जाती है। धीरे धीरे उसे लगने लगता है कि कज़न से शादी इतनी बुरी बात भी नहीं, और वो एडजस्ट हो जाएगी। समआन और वो एक दूसरे के साथ अच्छा वक़्त गुज़ारने लगते हैं।
लेकिन तभी सचवीशन फिर से बदल जाती है। जब उसे लगता है कि सब कुछ ठीक हो गया है तो सब कुछ ग़लत हो जाता है।
एक आम सी लड़की की कहानी जिसे आम सी कहानियां पसंद नहीं थी। जो रिवायती ज़िंदगी गुज़ारना नहीं चाहती थी।
“और वो हंसी ख़ुशी रहने लगे” इस थीम की छटी कहानी।
Date published: 27th of June 2019
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